समाज के कल्याण के लिए महिलाएं जागरूक होकर कार्य करें – कमिश्नर डॉ. भार्गव
ग्राम लोही में वित्तीय साक्षरता प्रशिक्षण का कमिश्नर ने लिया जायजा
कमिश्नर रीवा संभाग डॉ. अशोक कुमार भार्गव सामुदायिक प्रशिक्षण केन्द्र, लोही में आयोजित 4 दिवसीय ब्लॉक स्तरीय वित्तीय साक्षरता मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण कार्यकम के अंतिम दिन मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने 24 से 27 फरवरी तक आयोजित प्रशिक्षण की प्रशिक्षणार्थियों से विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने स्वसहायता समूह की दीदियों से विभिन्न प्रश्नों के माध्यम से वस्तु स्थिति जानी। इस अवसर पर उन्होंने उपस्थित महिलाओं को निवेश एवं बचत करने की समझाइश दी।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि हमारे देश में आज वित्तीय साक्षरता की अत्यंत आवश्यकता है। बचत कर निवेश की गई राशि संकट के समय काम आती है। हमारे बड़े बुजुर्गों ने हमें बचत करने के संबंध में संस्कार दिये हैं। निवेश ऐसा होना चाहिए जो समय की बचत करे, हमारी कार्यक्षमता को बढ़ाए तथा स्वास्थ्य पर भी विपरीत प्रभाव नहीं पड़े। उन्होंने कहा कि समाज के कल्याण के लिए महिलाओं को जागृत करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि शिक्षा की रोशनी हर महिला तक पहुंचेगी तो वह अपने स्वास्थ्य का अच्छी तरह ध्यान रख सकेंगी। यदि स्वास्थ्य सही होगा तो बीमारी पर अनावश्यक खर्च नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि आज हमारे देश में बहुत सी महिलाएं खून की कमी से पीड़ित हैं। इसके कारण कुपोषित बच्चों की संख्या बढ़ने की संभावना रहती है। उन्होंने कहा कि जन्म लेने वाले बच्चों को एक घंटे के भीतर स्तनपान जरूर करायें। उन्हें माँ का गाढ़ा पीला दूध जरूर पिलायें जो जन्म देने वाली महिलाओं को शुरू के तीन दिन तक ही बनता है। उन्होंने कहा कि बच्चे के गर्भ में आने से लेकर एक हजार दिनों का समय उसके लिए सुनहरा समय होता है। इस दौरान बच्चों की परवरिश पर बहुत ध्यान देना जरूरी होता है।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने कहा कि स्वच्छता से पवित्रता आती है। इसलिए व्यक्तिगत स्वच्छता के साथ हमें सामुदायिक स्वच्छता पर भी ध्यान देना जरूरी है। बच्चों में अच्छे संस्कार देने के लिए हमें भेदभाव नहीं करना चाहिए। महिलाएं अपने आप में आत्मबल पैदा करें और ग्रामीण क्षेत्र में बदलाव लाने की कोशिश करें। नशा समाज को बर्वाद करता है उसके खिलाफ भी आवाज उठाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि समाज में एक अच्छा वातावरण बनायें और बेटों की तरह बेटियों को भी आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करें। उन्होंने समाज में जागृति पैदा करने के लिए महिलाओं को प्रेरित किया।
कमिश्नर डॉ. भार्गव ने प्रशिक्षण केन्द्र में हाथकरघा द्वारा वस्त्र निर्माण इकाई का निरीक्षण किया। उन्होंने प्रशिक्षण केन्द्र की आवासीय परिसर का भी जायजा लिया। जिसमें मच्छरजाली, बाउंड्रीबाल, अच्छे विचार दीवारों पर लिखवाने, शौचालय की व्यवस्थाओं में सुधार के निर्देश दिए। उन्होंने भोजन की गुणवत्ता एवं खाद्य सामग्री का भी निरीक्षण किया। इसके पश्चात कमिश्नर डॉ. भार्गव ने ग्राम जोरी में अक्षर अगरवत्ती निर्माण सहकारी समिति मर्यादित का निरीक्षण किया। उन्होंने स्वसहायता समूह की महिलाओं से निर्मित किये विभिन्न उत्पादों की जानकारी ली। उन्होंने स्वसहायता समूह की महिलाओं द्वारा खेतों में लगाई गई सब्जी एवं अन्य फसलों के उत्पादन का भी जायजा लिया। इस अवसर पर संभागीय समन्वयक म.प्र. डे-राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन प्रदीप दुबे, जिला प्रबंधक सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।