हरित प्रवाह समाचार@सज्जन सिंह
मातृ वंदना योजना से हर पात्र माता को लाभांवित करायें - कलेक्टर
रीवा 20 फरवरी 2020. कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में कलेक्टर बसंत कुर्रे ने महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यो की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जिले के सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों का नियमित संचालन तथा बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने का प्रयास करें। अतिकुपोषित बच्चों की सूची बनाकर उन्हें पोषण पुनर्वास केन्द्र में भर्ती करायें। पोषण पुनर्वास केन्द्र में यदि बेड खाली रहे तो जिम्मेदारों पर कार्यवाही की जायेगी। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना हर पात्र माता को लाभांवित करें। जवा, हनुमना तथा रीवा परियोजना में उपलब्धि कम है सभी प्रकरण ऑनलाइन दर्ज कराके हितग्राहियों को लाभांवित करें। इसमें लापरवाही सहन नहीं की जायेगी।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि लाडली लक्ष्मी योजना से हर पात्र कन्या को लाभान्वित करें। प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के शत-प्रतिशत प्रकरण ऑनलाइन दर्ज करायें। इनमें आधार कार्ड के नाम तथा बैंक खाते के नाम में अंतर होने से जिन महिलाओं को योजना की राशि नही मिली है। उनकी जानकारी सही करके ऑनलाइन दर्ज करायें। कलेक्टर ने कहा कि महिला एवं बाल विकास के मैदानी कर्मचारी, शिशुओं एवं गर्भवती महिलाओं के शत प्रतिशत टीकाकरण में सहयोग करें। परिवार कल्याण कार्यक्रम को भी सफल बनाने के लिए आंगनवाड़ी केन्द्र आने वाली महिलाओं की काउंसलिंग करें। बाल संरक्षण गृह में रहने वाले सभी बच्चों की नियमित स्वास्थ्य जांच करायें। बैठक में कलेक्टर ने पोषण आहार के वितरण, शिशुओं के टीकाकरण, गर्भवती महिलाओं के पंजीयन, महिलाओं में खून की कमी तथा कुपोषण दूर करने के उपायों की समीक्षा की।
बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती प्रतिभा पाण्डेय ने बताया कि शिशुओं के पोषण स्तर में सुधार हुआ है। अतिकम वजन वाले 130 बच्चे कम वजन की श्रेणी में आये हैं। इसी तरह कम वजन वाले 723 बच्चे सामान्य श्रेणी में आ गये हैं। बैठक में पोस्ट आफिस में जमा लाडली लक्ष्मी योजना की राशि के संबंध में भी कलेक्टर ने निर्देश दिये। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर.एस. पाण्डेय, कार्यपालन यंत्री पीएचई शरद सिंह तथा अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।