जपद पंचायत रीवा में लेखपाल व सहायक विकास विस्तार अधिकारी ने अंगद की तरह जमाया पांव|
जन-प्रतिनिधि, जनपद अधिकारी व साथी कर्मचारियों को क्षति पहुंचाने हेतु चलाते रहते हैं दांव ||
जी हाँ हम बात कर रहे हैं जनपद पंचायत रीवा के लेखपाल रामचंद्र पांडेय एवं सहायक विस्तार अधिकारी नागेंद्र मिश्रा की जिन्होंने न केवल वित्तीय नस्तियों को रोका बल्कि वित्तीय राशि की हेरा-फेरी, कई अनिमितता के साथ साथ जन-प्रतिनिधयों से अभद्रता, योजनाओं से हितग्राहियों को वंचित रखना, फर्जी बिलों के द्वारा शासकीय राशि का गवन आदि कई अनियमितता/घोटाले किये है।
सबसे बड़ी बात यह है की इनके पास कार्य दक्षता नहीं होने के बावजूद पदोन्नति की है रामचंद्र पांडेय ने टाइम कीपर के पद से लेखपाल के पद पर पदोन्नति की है जिससे यह साफ़ पता चलता है की इनके ऊपर किसी बड़े राजनेता का हाँथ है, जिसके बल पर जनपद अधिकारी व साथी कर्मचारी के प्रति संयुक्त रूप से षड्यंत्र रचते रहते है।
यदि बात लेखपाल रामचंद्र पांडेय की करें तो इन पर लम्बे समय से कई आरोप लगते रहे हैं, जिनमे मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश का होते हुए भी अपने निजी दस्तावेजों जैसे निवास प्रमाण पत्र,मार्कशीट आदि में फेर-बदल कर अवैधानिक प्रमोशन प्राप्त करते हुए टाइम कीपर की पोस्ट से सहायक लेखाधिकारी के पद पर नियुक्त है जिसकी शिकायत रविशंकर मिश्रा निवासी एलआईजी 147 चिरहुला कॉलोनी रीवा के द्वारा सी.एम. हेल्पलाइन एवं अपर मुख्या सचिव-पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के पास भी शिकायत की गई थी जिसके परिपालन में मुख्य कार्यपालन अधिकारी हरिशचंद्र द्विवेदी के द्वारा शो-काज नोटिस जारी कर सभी मूल दस्तावेजों,सर्विस बुक आदि के साथ तीन दिवस के अंदर जवाव माँगा गया जवाब न देने पर एकपक्षीय कार्यवही करने की बात कही गई है | तीन दिवस का समय बीत जाने पर जिला मुख्य कार्यपालन अधिकारी अर्पित वर्मा ने रामचंद्र पांडेय और नागेन्द्र मिश्रा को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत जिला रीवा के द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी किया है इस विषय में हमारे संवाददाता द्वारा जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हरिश्चंद्र द्विवेदी से जानकारी मांगी गई जिसमे जनपद अधिकारी के द्वारा बताया गया की आज दिनांक तक उक्त कर्मचारियों के द्वारा कोई जवाब प्रस्तुत नहीं किया गया है। इसी क्रम में जब रामचंद्र पांडेय से कारण जानने की कोशिश की गई, जिसमे रामचंद्र शुक्ल के द्वारा बड़े बेबाकी से जवाब दिया गया की जो कुछ जानकारी चाहिए जनपद अधिकारी से लीजिये मुझे इस मामले में कुछ नहीं कहना और मैं जवाब देना जरूरी नहीं समझता| विश्वस्नीय सूत्रों से पता चला है की जनपद अध्यक्ष सिद्धार्थ शुक्ल के द्वारा रामचंद्र पांडेय व नागेंद्र मिश्रा के ऊपर कार्यवही करने हेतु उच्चाधिकारी को पत्र लिखा गया था, जिसमे रामचंद्र पांडेय व नागेंद्र मिश्रा अपना बचाव करने हेतु जनपद अध्यक्ष सिद्धार्थ शुक्ल से मिन्नतें कर रहें हैं|