कोरोना वायरस के उपचार के लिए रहें मुस्तैद - मुख्य सचिव
मुख्य सचिव सुधी रंजन मोहंती ने कोरोना वायरस के उपचार की व्यवस्था को लेकर वीडियो कान्फ्रेंसिंग से कमिश्नर, आईजी, कलेक्टर से सीधे संवाद किया। उन्होंने निर्देश दिये कि प्रदेश में एक भी कोरोना वायरस से ग्रस्त मरीज पॉजिटिव नहीं पाया गया लेकिन प्रदेश के समस्त मेडिकल कालेज, जिला अस्पताल एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एलर्ट की स्थित में रहें और उपचार की समस्त व्यवस्थायें सुनिश्चित करें। मेडिकल कालेज एवं जिला अस्पताल आईसोलेशन प्रोटोकॉल का पालन करें। मेडिकल कालेज एवं जिला अस्पताल में एक-एक आईसोलेशन वार्ड बनाया जाय।
वीडियो कान्फ्रेंसिंग में कमिश्नर डॉ. अशोक कुमार भार्गव, आईजी, चंचल शेखर, कलेक्टर बसंत कुर्रे, पुलिस अधीक्षक आबिद खान, जिला पंचायत के सीईओ अर्पित वर्मा, मेडिकल कालेज के डीन डॉ. ए.के.एस. गहरवार, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर.एस. पाण्डेय उपस्थित थे।
मुख्य सचिव श्री मोहंती ने कहा कि चीन में कोरोना वायरस की शुरूआत हुई अब साउथ कोरिया, इरान एवं इटली में भी इसके केस बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि चीन, साउथ कोरिया, इटली एवं इरान से प्रदेश एवं जिले में आने वाले नागरिकों का गंभीरता पूर्वक परीक्षण किया जाय और निर्धारित 14 दिवस तक मेडिकल कालेज अपने देखरेख में रखें। उन्होंने कहा कि बाहरी देशों से यदि कोरोना वायरस का कोई पॉजिटिव केस आता है तो सावधानी बरती जाय की वह कम्युनिटी में न फैले।
प्रमुख सचिव स्वास्थ्य पल्लवी जैन गोविल ने बताया कि कोरोना वायरस के लक्षण निमोनिया जैसे होते हैं प्रभावित को जुखाम, गले में दर्द, सास लेने में दिक्कत, खॉसी, बुखार के अलावा गुर्दे खराब होना जैसे लक्षण पाये जाते हैं। उन्होंने बताया कि हवा के माध्यम से वायरस का फैलाव होता है। उन्होंने बताया कि वायरस फैलने से रोकने हेतु प्रभावित बीमार से हाथ न मिलाये उससे 6 फिट की दूरी बनाकर रखें। हाथों को बार-बार साबुन और पानी से धोएं या सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें। इस्तेमाल किये गये टिशूज को फेक दे इसके बाद हाथ धो ले। बिना हाथ धोएं अपनी आखों, नाक व मुह को न छुए। खॉसते और छिकते वक्त डिस्प्रोजेबल टिशू का उपयोग करें। टिशू नही है तो छिकते और खासते वक्त अपने बाजू का इस्तेमाल करें। उन्होंने बताया कि वायरस से बचाव के लिए एन-95 मास्क पहने। सर्दी या फ्लू से संक्रमित लोगों के पास जाने से बचें।
उन्होंने कहा कि सामुदायिक जागरूकता के लिए और कोरोना वायरस से बचाव के लिए जिला एवं संभाग स्तर पर कार्यशालाएं आयोजित की जाय। उन्होंने कहा कि जागरूकता अभियान में पुलिस, शिक्षा विभाग एवं समस्त विभागों को जोड़ा जाय। उन्होंने बताया कि लेबोरेटिक टेÏस्टग सीओव्हीआईडी-19 मध्यप्रदेश के लिए एनआईव्ही पूने रेफरल लेबोरेटीज है।
कमिश्नर डॉ. अशोक कुमार भार्गव ने मेडिकल कालेज के डीन और सीएमएचओ को निर्देश दिये कि कोरोना वायरस के लक्षण पाये जाने पर तुरंत उपचार की समुचित व्यवस्था की जाय। चिकित्सा दलों को एलर्ट की स्थिति में रखा जाय किसी भी स्तर पर लापरवाही न बरती जाय। विदेश से जिले में आने वाले पर्यटकों या यहां के लोगों को गंभीर निगरानी में रखा जाय। उपचार की व्यवस्था की जाय। समुदायों को जागरूक किया जाय। प्रत्येक व्यक्ति सावधान एवं सचेत रहे, वायरस से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में न आये और न ही उससे हाथ मिलाये। पूर्ण सावधानी एवं सचेत रहना ही संक्रमण से बचाव का बेहतर तरीका है।