कोरोना वायरस के उपचार की सभी व्यवस्थायें मुस्तैद रखें
कोरोना वायरस से बचाव के लिये लोगों को जागरूक करें
जिला टास्क फोर्स समिति की बैठक में कलेक्टर के निर्देश
रीवा मध्यप्रदेश
कलेक्टर बसंत कुर्रे ने कोरोना वायरस के उपचार के लिये सभी व्यवस्थायें मुस्तैद रखने व लोगों को उससे बचाव हेतु जागरूक किये जाने की बातें जिला टास्क फोर्स समिति की बैठक में कहीं। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिये कि जिले में विदेश व अन्य बड़े शहरों से आने वाले व्यक्ति की सूचना मिलने पर उसे आइसोलेशन में रखकर उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित करायें। मेडिकल कालेज, जिला अस्पताल व प्रायवेट नर्सिंग होम में भी आइसोलेशन प्रोटोकॉल का पालन करते हुए वार्ड सुनिश्चित रखे जांय तथा चिकित्सकीय स्टाफ को मास्क, पी.पी. किट आदि पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध करायी जाय।
कलेक्टर ने कहा कि चीन में कोरोना वायरस की शुरूआत हुई अब साउथ कोरिया, इरान एवं इटली में भी इसके केस बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि चीन, साउथ कोरिया, इटली, ईरान एवं दुबई सहित अन्य विदेशी शहरों सेे जिले में आने वाले नागरिकों का गंभीरता पूर्वक परीक्षण किया जाय और निर्धारित 14 दिवस तक चिकित्सकीय देखरेख में रखें। उन्होंने कहा कि बाहरी देशों से यदि कोरोना वायरस का कोई पॉजिटिव केस आता है तो सावधानी बरती जाय की वह कम्युनिटी में न फैले। उन्होंने कहा कि सामुदायिक जागरूकता के लिए और कोरोना वायरस से बचाव के लिए कार्यशालाएं व जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जायें। उन्होंने कहा कि जागरूकता अभियान में पुलिस, शिक्षा विभाग एवं समस्त विभागों को जोड़ा जाय। आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं एवं स्वास्थ्य विभाग के मैदानी अमले के प्रशिक्षण देकर आमजन के बीच कोरोना वायरस से बचाव के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाय। शैक्षणिक संस्थाओं में विद्यार्थियों को जागरूक किया जाये। सार्वजनिक स्थलों बस स्टैण्ड, रेलवे स्टेशन, सिनेमा हाल, माल आदि जगहों पर से बचाव संबंधी पोस्टर व फ्लैक्स लगाये जायें।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरएस पाण्डेय ने बताया कि कोरोना वायरस के लक्षण निमोनिया जैसे होते हैं प्रभावित को जुखाम, गले में दर्द, सास लेने में दिक्कत, खॉसी, बुखार के अलावा गुर्दे खराब होना जैसे लक्षण पाये जाते हैं। उन्होंने बताया कि हवा के माध्यम से वायरस का फैलाव होता है। उन्होंने बताया कि वायरस फैलने से रोकने हेतु प्रभावित बीमार से हाथ न मिलाये उससे 6 फिट की दूरी बनाकर रखें। हाथों को बार-बार साबुन और पानी से धोएं या सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें। इस्तेमाल किये गये टिशूज को फेक दे इसके बाद हाथ धो ले। बिना हाथ धोएं अपनी आखों, नाक व मुह को न छुए। खॉसते और छिकते वक्त डिस्प्रोजेबल टिशू का उपयोग करें। टिशू नही है तो छिकते और खासते वक्त अपने बाजू का इस्तेमाल करें। सर्दी या फ्लू से संक्रमित लोगों के पास जाने से बचें। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि डिहिया अस्पताल में 10 बेड सुरक्षित रखे गये हैं। इसके अतिरिक्त मेडिकल कालेज व जिला अस्पताल में भी वार्डों को सुरक्षित रखा गया है। प्राइवेट नर्सिंग होम को भी कोरोना वायरस से पीड़ित या संदिग्ध मरीज के उपचार हेतु अलग से वार्ड सुरक्षित रखने के निर्देश दिये गये। जिले के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में बैनर और पोस्टर के माध्यम से लोगों को करोना वायरस से बचाव संबंधी जानकारी दी जा रही है। उन्होंने अपेक्षा की कि इस तरह की बीमारी से ग्रसित मरीज के संबंध में तत्काल सूचना दी जाये ताकि इसके परीक्षण व उपचार की व्यवस्था करायी जा सके। बैठक में डॉ. अक्षय श्रीवास्तव सहित जिला टास्क फोर्स के सदस्य उपस्थित रहे।