भारत देश में कोविड-19 का कोहराम
रीवा जनपद पंचायत के कर्मचारी व अधिकारी को है बड़ा आराम
एक ओर देश जहां कोरोना जैसी भयावाह महामारी से जूझ रहा है वही जनपद पंचायत रीवा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आला अफसरों के आदेशों का पालन करवाने की बजाय घर में आराम फरमा रहे हैं। इस समय पूरे भारत में कोविड-19 के कारण विश्व में कोहराम मचा हुआ है, जो सही जानकारी एवं जागरूकता ना होने के कारण दिन ब दिन दानव बनकर अपना पैर पसार रहा है। इस संकट की घड़ी में भी रीवा जनपद पंचायत के अधिकारी व कुछ कर्मचारियों को आराम करने के अलावा कुछ नहीं सूझ रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रीवा जनपद पंचायत के वरिष्ठ अधिकारी जनपद कार्यालय में उपस्थित नहीं रहते हैं जिसके चलते ग्राम पंचायतों के सरपंच और सचिवों को सही दिशा निर्देश नहीं मिल रहा है जब रीवा जनपद पंचायत के कुछ सचिवों व रोजगार सहायकों से बात हुई तो पता चला कि वह अपने ग्राम पंचायत इसलिए नहीं जा पा रहे हैं की उनके पास किसी तरह का कोई प्राशसनिक पहचान पत्र नहीं है, इसलिए वह लोग डरते हैं की बाहर निकलेंगे तो पुलिस की मार खानी पड़ेगी, इस समस्या के समाधान के लिए सचिव और रोजगार सहायकों ने अपने वरिष्ठ अधिकारी प्रदीप दुबे को इस समस्या से अवगत कराया गया जिसके प्रतिउत्तर में मुख्य कार्यपालन अधिकारी रीवा प्रदीप दुबे का कहना है की पास नहीं बन सकता है ऐसे ही काम करो जो भी डाटा मिले वही दे दो सही हो या गलत इसकी चिंता मत करो।इस स्थिति में ग्राम पंचायतों के सचिव अपने ग्राम पंचायत जा ही नहीं पाएंगे तो वह कोरोना वायरस के संभावित या बाहर से आए हुए लोगो की सूची कैसे तैयार कर पाएंगे एवम् सही जानकारी अपने वरिष्ठों को कैसे उपलब्ध करवा पाएंगे। इस लापरवाही के लिए रीवा जनपद पंचायत के वरिष्ठ अधिकारी पूर्णता जिम्मेदार हैं वरिष्ठ अधिकारी को अपने जनपद कार्यालय में उपस्थित होकर सचिव और रोजगार सहायकों को दिशा निर्देशित करना चाहिए उनको क्या समस्या क्या परेशानी है उस समस्या का निराकरण करना चाहिए लेकिन जब वरिष्ठ अधिकारी जनपद कार्यालय उपस्थित ही नहीं होंगे तो उनको इन समस्त समस्याओं की जानकारी कैसे होगी।
रीवा जनपद पंचायत के वरिष्ठ अधिकारी ही कोरोना वायरस जैसी गंभीर महामारी में लापरवाही दिखा रहे हैं तो ग्राम पंचायत के सचिव और रोजगार सहायकों की कोई गलती क्या मानी जाए, मुखिया ही कमजोर है तो सेना युद्ध कैसे जीत पाएगी।