जीप वाली अम्मा के नाम से है फेमस भारती शर्मा समाज में उन्होंने अपनी बनाई है एक अलग पहचान_*
*_कैंसर पीड़ित मरीजो के लिए दे रही जोड़ दवा से लेकर के ब्लड तक कि करबा रही व्यवस्था_*
*_समाज सेविका भारती शर्मा के द्वारा की जा रही है समाज की सेवा रीवा शहर के गरीबों को करवा रही हैं खाना मुहैया_*
रीवा जिले में इन दिनों समाजसेविका भारती शर्मा के द्वारा रीवा जिले में किया जा रहे है नेक कार्य अपने इस कार्य के चलते महिला समाजसेविका भारती शर्मा ने बनाई एक अलग पहचान पति की मौत के बाद से ही अपना जीवन समाज की सेवा में समर्पित कर दी है उनके पति अरविंद शर्मा जो कि जंगल विभाग में sdo के पद पर कार्यरत थे जिनकी ड्यूटी पीड़ियत में ही 2017-18 में कैंसर की गंभीर बीमारी के चलते उपचार के दौरान मौत हो गई थी । भारती शर्मा के द्वारा बताया गया कि मैं अपने पति की बीमारी को लेकर बहुत ही परेसान थी हमने इतनी पडेसानी झेली है तो हमे इसका एहसास है इसी के चलते मैने ये ठान लिया कि रीवा जिले के हर कैंसर पीड़ित मरीज व उनके परिजनों का पूरा पूरा सपोर्ट करूंगी दवाई से लेकर के ब्लड डोनेशन तक की व्यवस्था भी करवाने पर जोर दिया और चाहे रात में 12 बजे हो या रात में 1 बजे हो किसी भी कैंसर पीड़ित का फोन आता है तो समाज सेविका भारती शर्मा के द्वारा तत्काल उस पीड़ित की मदद के दवा से लेकर के ब्लड की व्यवस्था करबाती है। उन्होंने बताया कि पति की मौत के बाद से मैं घर में अकेली रहती थी मेरा बच्चा नेवी में जॉब करता है जो बाहर रहता है तो बच्चे ने हीं हमें यह प्रेरणा दी की आप कोई ऐसा काम करो जिससे आपका समय कट जाए तभी से उन्होंने अपना पूरा जीवन समाज की सेवा में लगा दिया और पति के नाम से स्वर्गीय अरविंद शर्मा वेलफेयर सोसाइटी बनाई जिसमें लगभग 50 की संख्या में लोगों को जोड़कर उनके साथ समाज की सेवा कर रही हूं ।
*_रीवा में बनाई एक अलग पहचान जीप बाली अम्मा के नाम से है फेमस_*
रीवा में उन्होंने अपनी एक अलग पहचान बनाई है वे जीप वाली अम्मा के नाम से जानी जाती है पूरे रीवा जिले में उनके समाज सेवा को देखते हुए रीवा बालों के द्वारा उन्हें जीप वाली अम्मा के नाम से पुकारा जाता है जो खुद ही अपना जीप चलाकर समाज की सेवा में चल देती हैं इन दिनो रीवा सहित पूरा भारत भीषण कोरोना संकट से गुजर रहा है जिसमे भारती शर्मा अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं ऐसी कोई भी गरीब बस्ती नहीं है जहां वह खुद अपना जीप चला कर भोजन वितरण का कार्य ना करती हो सुबह 8:00 बजे से रात्रि 11:00 बजे तक पूरे रीवा शहर की गलियों में गरीब परिवारों को भोजन मुहैया करवाती हैं और रीवा शहर का ऐसा कोई भी पुलिस चेक प्वाइंट नहीं है जहां पुलिस को भोजन वितरण न करें।