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*_एक बार फिर जिले की खाखी पर लगा बदनुमा दाग अब देखना यह होगा कि इसकी भरपाई किस कदर कर पाती है गोविंद गढ़ पुलिस अपने ही बिछाये जाल में फसी_*
*_गोविंद गढ़ थाने में बिगत 5 वर्षो से पाव जमाए बैठे है कुछ आरक्षक जिनके आगे प्रभारी भी रहते भीगी बिल्ली_*
*_फर्जी मुकदमा कायम करके फरियादी को ही बना दिया आरोपी पुलिस अधीक्षक की काविलियत पर फिर लगा दाग_*
रीवा जिले के गोविंद गढ़ थाना इन दिनों फ़र्जीवाड़े का गढ़ बन चुका है थाना प्रभारी बदलते ही जोरो से शुरू हुआ फर्जी मुकदमो का आलम जी हां आप सभी को चौका देने बाला एक मामला प्रकाश में आया है। जहां गोविंद गढ़ पुलिस फरियादी के विरुद्ध ऐसी साजिश रच डाली जिसकी कभी किसी ने कल्पना भी न कि होगी, गोविंद गढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम नीगा का मामला है जहा दिनांक 31 /05 /2020 को दोपहर तकरीबन 2:50 बजे के आस पास 3 की संख्या में सरहंगो ने दो युवकों के साथ गाली गलौज करते हुए लाठी डंडो से हमला कर दिया था जिसमे एक युवक जिसका नाम अनिकेत कुशवाहा वही घटना स्थल पर ही बिहोश होकर जमीन पर गिर गया एवं अन्य दूसरा युवक विजय यादव इस मारपीट की घटना में घायल हो गया था जिसकी चीख पुकार सुनकर गाव के ही सरपंच पुत्र तथा ग्रामीणों के पहुंचते ही मौके से तीनो आरोपी फरार हो गए। वही स्थानीय लोगो व सरपंच पुत्र की मदत से दोनों युवकों को गोविंद गढ़ थाने दिनाक 31 /05 /2020 को 4:30 बजे के लगभग लेकर पहुचते है जहां गोविंद गढ़ थाने में मारपीट की घटना को अंजाम देने बाले तीनो आरोपियों के खिलाफ थाने में fir दर्ज करबाते है जिसके बाद शुरू होता है गोविंद गढ़ पुलिस के फर्जीवाड़े का विस्फोट जिसका सबसे बड़ा सबूत गोविन्द गढ़ थाने में लगा cctv कैमरा जिसमे जिसमे साफ साफ देखा जा सकता है कि पीड़ित दोनो युवक 4:30 बजे से लेकर 7:55 बजे तक गोविंद गढ़ थाने में मौजूद है। और पुलिस ने मारपीट करने बाले तीनो आरोपियों के साथ मिलकर उल्टा मुकदमा पीड़तों के ऊपर ही कायम कर देती है । आरोपियों के द्वारा दर्ज करबाए गए मुकदमे में जिक्र किया गया कि दिनाक 31 /05 /2020 को समय 4:30 बजे अनिकेत और विजय ने गाली गलौज व मारपीट की है जबकि पीड़ित 4:30 बजे से लेकर शाम 7:30 बजे तक गोविंद गढ़ थाने में ही मौजूद था और वो भी पुलिस की नजरों के सामने फिर भी पुलिस ने आंखों में पट्टी बांधकर आरोपियों के साथ सांठ गांठ करके फर्जी मुकदमा पीड़ितों के ऊपर ही दर्ज कर दिया अब देखना यह होगा कि गोविंद गढ़ पुलिस का यह फर्जीवाड़ा कहा तक कारगर साबित होता है। गोविंद गढ़ पुलिस की इतनी बड़ी लापरवाही पर जिले के पुलिस कप्तान क्या कार्यवाही करते है ।
*बिगत 5 वर्षो से अंगद को तरह पाऊ जमाकर बैठे है कुछ आरक्षक जिनके आगे प्रभारी रहते है भीगी बिल्ली की तरह*
*पढ़े हरितप्रवाह समाचार के अगले अंक में बिस्तार से पूरा खुलाशा*