नोटिस जारी होने के बाद भी समय पर सरपंच व सचिव द्वारा नहीं दिया गया कोई जवाब।
भ्रष्टाचारी सरपंच व सचिव के ऊपर उक्त दिनांक तक जिला पंचायत के द्वारा नहीं की गई कार्यवाही ज्ञात है की ग्राम पंचायत छिरेहटा में सरपंच संतोष सिंह व सचिव हरिकृष्ण नारायण पांडे के द्वारा व्यापक भ्रष्टाचार किया गया है। जिसकी शिकायत रीवा जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के समक्ष की गई थी। शिकायत संज्ञान में आते ही रीवा जनपद पंचायत के सीईओ द्वारा शिकायत की जांच की गई तथा जांच उपरांत शिकायत सही पाई गई। ग्राम पंचायत छिरेहटा के सचिव व सरपंच दोषी पाए गए जिसके संदर्भ में रीवा जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा पत्र क्रमांक 1848 दिनांक 20/ 02/2020 को जिला पंचायत रीवा को भेजा गया, जिसके लिए रीवा जिला पंचायत के पूर्व मुख्य कार्यपालन अधिकारी अर्पित वर्मा के द्वारा दिनांक 11/ 05/2020 को ग्राम पंचायत छिरेहटा के सरपंच संतोष सिंह तथा सचिव हरिकृष्ण नारायण पांडेय को 12 लाख रुपए शासकीय राशि वसूली के साथ साथ धारा 40 व 92 की कार्यवाही हेतु 1 माह समय के साथ कारण बताओ नोटिस जारी की गई थी।
नोटिस का समय पूरा हो जाने पर भी उक्त दिनांक तक ग्राम पंचायत छिरेहटा के सरपंच व सचिव के द्वारा नोटिस के संदर्भ में किसी प्रकार का कोई लिखित प्रतिउत्तर जनपद पंचायत रीवा व जिला पंचायत रीवा के समक्ष प्रस्तुत नहीं किया गया है। संयोगबस जिला पंचायत के पूर्व मुख्य कार्यपालन अधिकारी अर्पित वर्मा का स्थानांतरण अन्यत्र कहीं हो गया तथा तत्काल ही रीवा जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के पद पर स्वप्निल वानखेड़े पदस्थ हुए। मीडिया कर्मियों ने सरपंच व सचिव के द्वारा किए गए भ्रष्टाचार के पूरे दस्तावेज जिला पंचायत के नवागत मुख्य कार्यपालन अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किए हैं साथ ही सचिव हरिकृष्ण नारायण पांडे के द्वारा किए गए भ्रष्टाचार की क्रमशः जानकारी भी दी। जिसके संदर्भ में रीवा जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा आश्वासन दिया गया है कि नोटिस में दिया गया समय पूरा हो गया है अतः अब सरपंच व सचिव के ऊपर जल्द ही कार्यवाही की जाएगी।
सचिव हरिकृष्ण नारायण पांडेय के द्वारा किए गए भ्रष्टाचार क्रमशः निम्न प्रकार से हैं।
1. ग्राम पंचायत शुकुलगवां में जहां पर आज भी आदिवासी बस्ती में pcc सड़क निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार कर राशि का गवन कर लिया गया जिसकी पेशी आज दिनांक तक जिला पंचायत रीवा में चल रही है उक्त प्रकरण का निर्णय पिछले 2 सालो से विचाराधीन है।
2.भ्रष्टाचार का शिलशिला जारी रखते हुए सचिव महोदय ग्राम पंचायत छिरेहटा पहुंचे और वहां भी भ्रष्टाचार के चौके छक्के लगाते हुए 12 लाख से ज्यादा कि शासकीय राशि का गबन किया है। जिसके लिए रीवा जिला पंचायत से कारण बताओ नोटिस जारी की गई है।
3. ग्राम पंचायत खैरा में भी सचिव हरिकृष्ण नारायण पांडेय भ्रष्टाचार की झड़ी लगा चुके है जिसकी जांच के लिए स्वयं गुढ़ विधायक श्री नागेन्द्र सिंह ने रीवा जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को पत्र लिखा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सचिव हरिकृष्ण नारायण पांडेय के भ्रष्टाचार में जिला पंचायत रीवा के पंचायत शाखा व धारा 40,92 शाखा में पदस्थ कर्मचारी बाबू भी शामिल हैं। जो कि पंचायत के सचिवों से पैसे लेकर भ्रष्टाचार करने के लिए मनचाही ग्राम पंचायत प्रदान करते रहते हैं।
अब देखना यह होगा कि जिला पंचायत रीवा के नवागत मुख्य कार्यपालन अधिकारी भ्रष्टचार में लिप्त सरपंच व सचिव के ऊपर धारा 40 व 92 की कार्रवाई करते हैं या फिर पेशी के लिए बुलाते हैं। अगर सचिव कि पेशी हुई तो फिर एक नई ग्राम पंचायत भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाएगी।