कांग्रेस नेता तरुणेंद्र द्विवेदी ने कहा कि इस समय, कीमतें कम करने के बजाय, पेट्रोल और डीजल में लगातार आये दिन 1 रुपये 2 रुपये रुपये प्रति लीटर कर बढ़ाने का सरकार का निर्णय अनुचित है और इसे वापस लिया जाना चाहिए।।
*तरुणेंद्र द्विवेदी ने पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी के निर्णय को अनुचित बताया है*
कोरोना वायरस की महामारी के बीच कांग्रेस के प्रदेश सचिव म.प्र. की.कांग्रेस कमेटी तरुणेंद्र द्विवेदी ने पेट्रोल एवं डीजल पर उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी के फैसले को ‘अनुचित' करार दिया है. उन्होंने कहा कि इस वृद्धि को वापस लिया जाना चाहिए.,उन्होंने कहा कि ‘‘कोरोना वायरस से जारी लड़ाई हमारे करोड़ों भाइयों और बहनों के लिए गंभीर आर्थिक कठिनाई का कारण बन रही है. इस समय, कीमतें कम करने के बजाय, पेट्रोल और डीजल पर कर बढ़ाने का सरकार का निर्णय अनुचित है और इसे वापस लिया जाना चाहिए.।।
उन्होंने आगे कहा कि संकट के समय लोगों पर कर का बोझ डालना उचित नहीं है. श्री द्विवेदी ने कहा, ‘‘नया या उच्च कर परिवारों को कंगाल कर देगा. जब आर्थिक गतिविधि रुकी हुई हों तो सरकारों को अपने घाटे को पूरा करने के लिए उधार लेना चाहिए, न कि उच्च कर का बोझ देना चाहिए.'' गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने लगातार पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ा रही है।।।।
*भाजपा सरकार को दी आगाज*
कोरोना महामारी के इस संकट काल में जनता को पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले करो में कमी कर जनता को राहत देने का समय है, लेकिन इस संकट काल में भी उन पर करों में बढ़ोतरी कर, जनता पर महंगाई की दोहरी मार थोपी जा रही है।
एक तरफ कच्चा तेल सस्ता हो रहा है, वहीं दूसरी तरफ पेट्रोल-डीजल के दामों में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है।पहले केंद्र सरकार ने जनता को राहत देने की बजाय पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाकर खुद के खजाने को भरने का काम किया। वही अब मध्य प्रदेश की सरकार ने इस संकट काल में पेट्रोल और डीजल पर एक 1-1 रुपये का अतिरिक्त कर बढ़ाकर जनता को महंगाई की आग में झोंकने का काम किया है।
आपको बता दें प्रदेश में पेट्रोल पर पूर्व में ही 33% वैट, 1% सेंस व 3.5 रुपये अतिरिक्त कर लग रहा था। वहीं डीजल पर 23% वैट, 1% सेंस व 2 रुपये अतिरिक्त कर लग रहा था।अतिरिक्त करों में इस बढ़ोतरी से अब पेट्रोल व डीज़ल में अभी तक का सर्वाधिक टैक्स हो गया है।।।।
*संवाददाता जवा*