पत्नी के रहते हुए रचाई दूसरी शादी
न्याय के लिए पुलिस कप्तान के पास पहुंची पहली पत्नी
सीधी
पहली पत्नी के रहते हुए बिना तलाक हुए दूसरी शादी करना कानूनन जुर्म है। लेकिन कानून को ठेंगा दिखाते हुए एक युवक ने पहली पत्नी तथा दो बच्चों के रहते हुए दूसरी शादी रचा ली है जहां पहली पत्नी पुलिस कप्तान आर यस बेलवंशी का दरवाजा खटखटाते हुए न्याय की गुहार लगाई है।
*यह है पूरा मामला*
मड़वास चौकी अंतर्गत सावित्री गुप्ता पति नेपाल गुप्ता निवासी निधिपुरी ने पुलिस कप्तान को शिकायती आवेदन देते हुए गुहार लगाई कि मेरा पति नेपाल गुप्ता के साथ 2011 में हिंदू रीति रिवाज के अनुसार शादी हुई थी। तथा पति से हमारे दो बच्चे दीपक गुप्ता तथा विद्या गुप्ता है। बताया गया कि पति मेरे तथा बच्चों के साथ मारपीट कर घर से निकाल दिया है। जहां मैं मारपीट से तंग आकर मायके आ गई थी। पीड़िता ने आरोप लगाया कि नेपाल गुप्ता पिता सुजस गुप्ता, सूरज गुप्ता पिता अयोध्या गुप्ता, सुंदर गुप्ता पिता अयोध्या गुप्ता, सीता गुप्ता पति सुजेश गुप्ता ने मिलकर षड्यंत्र तरीके से मेरे साथ मारपीट करवाती थे। जिससे मैं बच्चों के साथ अपने मां बाप के यहां आ गई थी। पीड़िता द्वारा बताया गया कि मेरे मायके आते ही सभी आरोपियों ने षड्यंत्र रच कर आरोपी पति की 14 जून को कुछवाही में गौरी शंकर गुप्ता की पुत्री लक्ष्मी गुप्ता के साथ करवा दिए हैं। पीड़िता ने मड़वास पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब जब मेरे साथ मारपीट हुई है मैं रिपोर्ट लिखवाने गई हूं लेकिन किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की गई है जिसका नतीजा यह निकला कि आज हम बेघर हो गए हैं। तथा पति दूसरी पत्नी लाकर घर पर रख लिया है। वहीं पुलिस कप्तान आर एस बेलवंशी ने पूरे मामले को जांच कर कार्रवाई करने का आदेश दिया है।