जवा बाजार से सटे जवा बस्ती में माझी टोला में महुआ की कच्ची शराब का कारोबार सालो से चला आ रहा है जिसकी धरपकड करने वाला कोई नही है ।इन शराब तस्करो को ना तो पुलिस का डर है ना तो लोगो की जान का।यहां महुआ से शराब बनाकर बेचा जाता है तथा उपयोग में लाया गया महुआ वही रास्ते मे खेतो में फेंक दिया जाता है जो एक गंभीर समस्या है,फेके गए महुआ को आवारा पशु चाव से खाते है जिसे खाने से पशु बीमार होते है यहां तक कि कभी कभी मौत भी हो जाती है ।
*फेके गए महुआ से आती है दुर्गन्ध,रहवासी परेशान*
आपको बता दें कि शराब बनाकर महुआ फेकने से आसपास बदबू फैल जाती है जिसके चलते वहां रहने वाले लोगो का जीना हराम है ।
वही रहने वाले शिवम रजक ने बताया कि महुआ लगातार फेकने से ये यहां आवारा पशुओं का जमावड़ा हो जाता है तथा दुर्गन्ध आती है और दुर्गन्ध घर के अंदर तक जाती है जिससे सांस लेना भी मुश्किल हो जाता है।शिवम ने बताया की पुलिस प्रशासन इन शराब तस्करो को रोकने का प्रयाश करे छापामारी कर इनको पकड़ने का प्रयाश करे जिससे यह समस्या दूर हो सके।।।।
*संवाददाता जवा*