मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कोरेंटाइन सेन्टर्स पर भोजन, पानी तथा स्वच्छता की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित की जाये, जिससे यहाँ भर्ती लोगों को शिकायत का मौका न मिले। उन्होंने कहा कि रक्षाबंधन पर बाहर से आनेवाले लोगों की स्क्रीनिंग की पुख्ता व्यवस्था सभी जिला कलेक्टर सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस प्रकार की सतर्कता रखी जाये, जिससे किसी भी जिले में लॉकडाउन की स्थिति अब न बने। मुख्यमंत्री श्री चौहान रविवार को चिरायु अस्पताल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना की स्थिति एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जबलपुर तथा राजगढ़ जिले की समीक्षा के दौरान निर्देश दिये कि कोरोना से बचाव की सावधानियाँ जैसे मास्क पहनना, सैनेटाईजेशन और फिजिकल डिस्टेंसिंग का कड़ाई से पालन कराया जाये। उन्होंने अस्पतालों में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिये। बैठक में जानकारी दी गई कि जबलपुर में कोरोना से ग्रस्त हुए गंभीर बीमारियों के मरीज भी कोरोना से उबरे हैं। इनमें नुसरत परवीन दस दिन वेन्टीलेटर पर रहने के बाद भी कोरोना से मुक्त हुई। इसी प्रकार कैंसर से ग्रस्त बलराम जसवानी तथा हृदय रोग से पीड़ित श्री रेवाराम ने भी कोरोना को परास्त किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वीडियो कांफ्रेंस द्वारा ग्वालियर, शिवपुरी, मुरैना, नीमच, बड़वानी, खंडवा, बुरहानपुर, रतलाम, मंदसौर, रायसेन, रीवा, सीहोर, बैतूल, होशंगाबाद, नरसिंहपुर, मंडला, डिंडोरी आदि जिलों में कोरोना की स्थिति और नियंत्रण एवं उपचार के किये जा रहे कार्यों की जानकारी भी ली। गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री प्रभुराम चौधरी, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस तथा अन्य अधिकारी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल हुए।