*मुख्यमंत्री ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग से किया प्रदेश भर के कोरोना योद्धाओं का सम्मान*
_•रीवा जिले के पांच चिकित्सा कर्मियों को भी कार्यक्रम में सम्मानित किया गया_
_•डॉक्टरों का त्याग और मानवता की सेवा अभूतपूर्व मिसाल है - मुख्यमंत्री_
♦️:- मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल में आयोजित राज्य स्तरीय सम्मान समारोह में डॉक्टरों तथा अन्य चिकित्सा कर्मियों को कोरोना योद्धाओं के रूप में सम्मानित किया। उन्होंने प्रदेश भर के डॉक्टरों, नर्सों, लैब टेक्नीशियन तथा अन्य चिकित्सा कर्मियों को डिजिटल सम्मान पत्र प्रदान किये। मुख्यमंत्री ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से भोपाल, इंदौर, देवास, ग्वालियर, भिंड तथा जबलपुर के डॉक्टरों एवं अन्य कोरोना योद्धाओं से संवाद करके उनका उत्साहवर्धन किया। रीवा जिले के पांच चिकित्सा कर्मियों को भी कार्यक्रम में सम्मानित किया गया। इनमें डॉ. विकास सिंह, स्टाफ नर्स श्रीमती स्वर्णलता पाठक, लैब टेक्नीशियन उमेश प्रजापति, वार्ड वाय रवि वर्मा तथा सफाई कर्मचारी अनूप कुमार शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना नई बीमारी है। इसके लक्षण तथा उपचार के संबंध में अब तक विश्वास से कुछ भी कह पाना संभव नहीं है। इसके बावजूद प्रदेश भर में डॉक्टरों तथा अन्य चिकित्सा कर्मियों ने कोरोना पीड़ितों की सेवा और उपचार का अतुलनीय कार्य किया है। डॉक्टरों तथा चिकित्सा कर्मियों ने ही कोरोना के विरूद्ध लड़े जा रहे युद्ध में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। डॉक्टरों तथा चिकित्सा कर्मियों के मन में भी कोरोना से संक्रमण का डर हमेशा बना रहा। इसके बावजूद पीपीई किट पहनकर भयंकर गर्मी सहते हुए डॉक्टरों तथा अन्य चिकित्सा कर्मियों ने कोरोना पीड़ितों की दिन रात सेवा की। उनका यह त्याग और मानवता की सेवा अभूतपूर्व मिसाल है। आपने अपने प्राण संकट में डालकर दूसरों के प्राण बचाने के प्रयास किये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब कोरोना का बहुत अधिक भय व्याप्त था जिसके कारण डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मियों को कोरोना के साथ-साथ समाज से मिल रही नफरत से भी मुकाबला करना पड़ रहा था, लेकिन चिकित्सकों ने हमेशा सकारात्मक दृष्टिकोण बनाये रखा और उपचार तथा सेवा में किसी तरह की कमी नहीं आने दी। कई डॉक्टर महीनों अपने परिवार के पास नहीं गये। होटल तथा कारों में रातें बिताकर भी रोगियों की दिनरात सेवा करते रहे। ऐसे त्याग को मध्यप्रदेश सरकार ही नहीं प्रदेश की पूरी जनता नमन करती है। डॉक्टरों तथा चिकित्सा कर्मियों के प्रति आभार व्यक्त करने के लिये ही उन्हें आज प्रशस्ति पत्र प्रदान किये जा रहे हैं। आपने जो सेवा की है वह अनमोल है। सम्मान पत्र देकर हम आपका उत्साहवर्धन करने के साथ आभार ज्ञापित कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संकट लंबे समय तक चल सकता है। इससे निपटने के लिये हमें अधिक कारगर रणनीति अपनानी होगी। मास्क का नियमित उपयोग, फिजिकल दूरी बनाये रखने, नियमित अंतराल से हाथ धोने तथा कोरोना से बचाव के सभी उपाय हर व्यक्ति अपनाये तभी संक्रमण पर नियंत्रण होगा। हमारी छोटी सी लापरवाही मृत्यु का कारण बन सकती है। कार्यक्रम में स्वास्थ्य तथा परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग ने भी अपने विचार व्यक्त किये।
कलेक्ट्रेट के एनआईसी केन्द्र से रीवा संभाग के कमिश्नर राजेश कुमार जैन, कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी, संयुक्त संचालक स्वास्थ्य डॉ. अनंत मिश्रा, प्रभारी डीन डॉ. मनोज इंदुलकर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एमएल गुप्ता, डीपीएम डॉ. सुनील अवस्थी, सभी सम्मानित डॉक्टर एवं कोरोना योद्धा उपस्थित रहे।