बिछिया थाना प्रभारी एसपी को दे रहे खुलेआम चुनौती पिछले4वर्षों से थाने में जमा हुआ है प्राइवेट सेटिंग मास्टर पुलिस चालक होने के बाद भी प्राईवेट चालक का क्या काम कहि ऐसा तो नही की सफेद पोष के रहमो करम पर टिका हुआ दलाल मास्टर
*_जल्द गिरेगी प्रभारी सहित दलाल पर गाज_*
*रीवा एसपी को खुद नही रहा था विछिया पुलिस पर भरोसा तो दूसरों थानों की पुलिस भेजकर विछिया थाना क्षेत्र में मरबाई थी रेड जहा पुलिस के हाथ लगा था कोरेक्स*
रीवा ज़िले में जब से पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह आये है तब से लगातार जिले के सभी थानों में नशा,जुआ सट्टा के कारोबार पर कार्यबाही हो रही है लेकिन बिछिया थाना एक ऐसा इकलौता थाना है जहा पुलिस अधीक्षक के आदेशो को तबज्जो नही दिया जा रहा है एसपी के आदेश को दर किनार करके अवैध कारोबार करते हुए सीधे सीधे चुनौती दे रहे है। विछिया थाना क्षेत्र में कोरेक्स अवैध शराब जैसे कारोबार तो जगह जगह हो रहे है जैसे सुरेश साकेत, संदीप साकेत कोठी, दारू बेचता ,राजन ,सुखाई,गणेश गुप्ता,अमजद,जावेद,असलम,बिट्ठल,नीरज ये मुख्य रूप से खुलेआम शराब और कोरेक्स की बिक्री करते है इसकी सूचना एसपी को जब मिली थी तब दूसरे थाना की पुलिस भेजकर छापा मरवाकर 8 पेटी सिरफ पकड़कर कार्यबाही की गई थी और एसपी ने फटकार भी लगाई थी ।
*चोरो का है बोलबाला पुलिस का मिला है सरंक्षण पीड़ितों को चोर दे रहे गली गुप्ता एवं जान से मारने की धमकी*
किसानों को भी नही छोड़ी विछिया पुलिस ग्राम नीगा , भटलो में बिगत दो माह पहले पीड़ित किसान रामाहभिलाष त्रिपाठी का मोटर पम्प चोरी हो गया था जिस पर विछिया पुलिस ने कार्यवाही करना तो दूर की बात रही आज दिनांक तक उक्त मामले में fir तक दर्ज नही की गई जिससे साफ जाहिर होता है कि विछिया पुलिस की किस तरह की कार्य प्रणाली है । पीड़ित किसान के साथ साथ पूरा गाव दो चोरो का नाम बता रहा है जिसका पीड़ित किसान के पास चोरी की घटना दिनाक का वीडियो भी उपलब्ध है जहा मोटरपंप लगा हुआ था वही रात्रि में चोर मंडली बैठकर गाजा और कोरेक्स भी पी रही थी मगर पुलिस को इन चोरो के पिछले दर्जन भर चोरी के कारनामे गिनाए गए जहां पर थाना प्रभारी के द्वारा बोला गया था कि सालों बंद करके सब उगलबालेंगे मगर सूत्रों से ये भी पता चला है इन चोरो से भी एक आरक्षक के माध्यम से सेटिंग हो गई अब पीड़ित को चोरो के द्वारा जान से मार देने की धमकी दी जा रही हैं मगर पीड़ित इंसाफ के लिए पुलिस अधीक्षक कार्यालय में भी गुहार लगा चुके है । लेकिन विछिया पुलिस अपने पुलिस अधीक्षक के आदेशों की ही धज्जियां उड़ा डाली आज दिनाक तक मोटरचोरी कि fir दर्ज नही की गई जबकि चोरी की घटना घट 2 माह हो चुके हैं । ऐसे पुलिस के अधिकारी व कर्मचारियों की बजह से कही न कही पुलिस अधीक्षक का नाम खराब हो रहा है वही विछिया पुलिस की कार्यप्रणाली के चलते किसान दी आत्मदाह करने की धमकी।