एमपी मे बैतूल जिले में नाबालिग द्वारा कुत्ते को मारने से शुरू हुए विवाद में दबंगों ने आदिवासी महिला की पिटाई कर दी। महिला का आरोप है कि घर में घुसकर उसके कपड़े फाड़ दिए और बीच सड़क पर लाकर पिटाई की। इधर, पुलिस ने कहा है कि घटना के दिन ही दोनो पक्षों के बीच समझौता हो गया था, लेकिन पीड़िता के नए आरोपों के बाद दोनों पक्षों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
हाइलाइट्स:
बैतूल में कुत्ते को लेकर विवाद में दो पड़ोसियों के बीच मारपीट
आदिवासी महिला ने दबंगों पर कपड़े फाड़ने का लगाया आरोप
दबंग परिवार पर समझौते के लिए दबाव बनाने का भी पीड़िता ने लगाया आरोप
पुलिस का पक्ष- पहले समझौता हो गया था, अब जांच हो रही है
मध्य प्रदेश के बैतूल में कुत्ते को लेकर हुए विवाद में दो पड़ोसियों के बीच मारपीट हो गई। पीड़ित आदिवासी महिला ने आरोप लगाया है कि दबंग पड़ोसियों ने घर में घुसकर उसके कपड़े फाड़ दिए और बीच सड़क पर पिटाई की। महिला का यह भी कहना है कि घटना के बाद उस पर समझौते के लिए दबाव बनाया जा रहा है। इधर, पुलिस का कहना है कि 28 सितंबर को घटना के दिन दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत की और फिर समझौता भी कर लिया था।
बैतूल के चिचोली तहसील के ग्राम चूड़िया में एक आदिवासी महिला गांव के दबंगों का शिकार बन गई। घटना 28 सितंबर की बताई जा रही है। कुत्ते को लेकर शुरू हुआ विवाद इतना बढ़ा कि दबंग परिवार ने मिलकर न ही आदिवासी महिला के साथ मारपीट की, बल्कि उसे पीटते-पीटते बीच सड़क पर उसे निर्वस्त्र भी कर दिया गया। घायल महिला का उपचार जिला अस्पताल में किया जा रहा है तो वही पुलिस ने दोनो पक्षों पर काउंटर केस दर्ज कर घटना की जांच शुरू कर दी है।
जिला अस्पताल में भर्ती पीड़ित महिला रेखा बाई ने बताया कि गांव के दबंग परिवार के सत्रह साल के नाबालिग से कुत्ते को मारने को लेकर कहा-सुनी हो गई थी और विवाद शांत भी हो गया था। बाद में दबंग परिवार के नाबालिग और महिलाओं द्वारा घर में घुसकर उसके साथ मारपीट की गई। उसे घर से निकालकर बीच सड़क पर लाया गया और उसके कपड़े तक फाड़ दिये गये। महिला का आरोप है कि दबंग परिवार के मुखिया ने परिवार सहित उड़ा देने की धमकी भी दी है।
इस पूरे मामले को लेकर पुलिस का कहना है कि घटना की सूचना मिलने के बाद दोनो पक्षों पर मामला दर्ज किया गया था जिसमें दूसरे पक्ष से एक सत्रह साल के नाबालिग और दो महिलाएं आरोपी हैं। शाहपुर के एसडीओपी महेंद्र सिंह मीणा ने बताया कि दोनों पक्ष उसी दिन समझौते को भी तैयार हो गए थे, लेकिन बाद में महिला ने बताया कि उसके कपड़े फाड़ दिए गए थे। इसके बाद अस्पताल में महिला के बयान लिए गए हैं। आरोपियों के खिलाफ धाराओं में इजाफा करने के साथ-साथ एससीएसटी एक्ट के तहत भी मामला दर्ज किया गया है।