संयुक्त संचालक ने की विभागीय योजनाओं की समीक्षा
रीवा। संयुक्त संचालक महिला एवं बाल विकास श्रीमती ऊषा सोलंकी ने संयुक्त संचालक कार्यालय में आयोजित बैठक में विभागीय कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि पोषण आहार वितरण की नियमित निगरानी करें। प्रत्येक आंगनवाड़ी केन्द्र में तैनात समूह के द्वारा हितग्राहियों को निर्धारित मात्रा में पोषण आहार का वितरण करायें। इसके वितरण में अनियमितता बरतने वाले समूहों पर कड़ी कार्यवाही करें। लगातार अनुपस्थित रहने वाली आंगनवाड़ी कार्यकर्ता तथा सहायिका के विरूद्ध कड़ी अनुशासनात्मक कार्यवाही करें।
संयुक्त संचालक ने कहा कि पूरे संभाग में कम वजन तथा कम पोषण वाले बच्चों की सूची प्रत्येक आंगनवाड़ी केन्द्र में उपलब्ध है। इनके पोषण के स्तर तथा स्वास्थ्य में सुधार के लिये कार्य योजना तैयार की गई है। इसके अनुसार बच्चों के नियमित रूप से अतिरिक्त पोषण आहार तथा अन्य सेवाएं प्रदान करके उन्हें सामान्य वजन श्रेणी में लाने के प्रयास करें। शासन के निर्देशों के अनुसार आंगनवाड़ी केन्द्रों को प्रत्येक कार्य दिवस में प्रात: 11 बजे से दोपहर एक बजे तक खोलने के आदेश दिये गये हैं। आंगनवाड़ी केन्द्रों में निर्धारित की गई समयावधि में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता तथा सहायिका उपस्थित रहकर अभिलेखों का संधारण करेंगी। आंगनवाड़ी केन्द्र को साफ-सुथरा रखने की भी उनके द्वारा व्यवस्था की जायेगी।
संयुक्त संचालक ने जिला कार्यक्रम अधिकारियों को प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना तथा लाडली लक्ष्मी योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सभी पात्र हितग्राहियों के आवेदन पत्र ऑनलाइन दर्ज करायें। ऑनलाइन आवेदन पत्र दर्ज कराने में किसी तरह की त्रुटि न रहे जिससे हितग्राही को योजना का लाभ मिल सके। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान का भी प्रभावी क्रियान्वयन करायें। संयुक्त संचालक ने आंगनवाड़ी केन्द्र भवनों के निर्माण के संबंध में भी निर्देश दिये