रीवा के बदराव बिजली विभाग के जे ई की तानाशाही चरम सीमा पर सीएम हेल्पलाइन को दे रहे चुनौती पोर्टल में गलत जानकारी देकर उपभोक्ता के द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत को कर देते है बंद
ऐसे तानाशाह अधिकारियों की वजह से किसान आत्महत्या करने को होते हैं मजबूर
रीवा जिले के बिजली आफिस बदराव के जेई की तानाशाही चरम सीमा पर चल रही है अगर कोई बिजली संबंधी शिकायत करने के लिए जे ई साहब को फोन लगाता है तो जेई साहब के पास फोन उठाने का समय नहीं रहता तो किसान बिजली की समस्या का निराकरण करने के लिए सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज करवाई जाती है शिकायत क्रमांक 12617019 तो बदराव बिजली विभाग के जे ई बिना शिकायत का निराकरण किए ही पोर्टल में झूठी एवं भ्रामक जानकारी देते है कि शिकायत का निराकरण हो गया है और शिकायत को बंद करवा देते हैं इनकी इस तानाशाही की पोल उस समय खुली जब बिजली संबंधित शिकाय के लिए खुद एक पत्रकार ने इनके मोबाईल नंबर 9425424725 पर फोन के माध्यम ग्राम नीगा की बिजली लो बोल्टेज की जानकारी लेने के लिए फोन लगाए तो जे ई साहब ने फोन रिसीव करना उचित नही समझा और जब फोन रिसीव नही किया गया तो बिजली की शिकायत सी एम हेल्प लाइन में दर्ज कराई गई तो जे ई साहब के द्वारा भ्रामक जानकारी देकर शिकायत को बंद करा दिया गया कहि न कही ऐसे लापरवाह लोगो की बजह से ही किसान आत्म हत्या करने को मजबूर आखिर शिवराज मामा के राज में ऐसे लापरवाह अधिकारियों के ऊपर कार्यवाही क्यो नही होती जिनके बजह से आये दिन किसान आत्म हत्या कर रहे है एक तो कोरोना वायरस जैसी भीषण महामारी का दौर चल रहा जहा वैसे भी किसान मंहगाई में टूट चुका है और इधर उधर कर्ज लेकर अपना और अपने परिवार का पेट चला रहा और कर्ज लेकर खेती किसानी कर रहे लेकिन बिजली न मिलने की बजह से किसान बर्बाद होने की कगार पर खड़ा हो गया है ग्राम नीगा के पिछले दो माह से बिजली का वोल्टेज सही तरीके से ना मिलने की वजह से हो रहे परेशान सिंचाई में हो रही काफी दिक्कतें जब इस बात की जानकारी जे ई साहब से फोन के माध्यम से लेने का प्रयास किया गया तो जे ई साहब फोन नहीं उठाया और शिकायतकर्ता के फोन पर बोलते हैं कि आपके द्वारा सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज करवाई गई थी तो बिजली का बिल बाकी है उसको जमा करवाएंगे तभी शिकायत का निराकरण हो पाएगा नहीं तो शिकायत का निराकरण नहीं होगा शिकायत बंद करवा दी जाएगी सुने इस ऑडियो में किस तरह जेई साहब की तानाशाही चरम सीमा पर चल रही है आखिर ऐसे लापरवाह अधिकारियों को दफ्तरों में क्यों पदस्थ किया जाता है जिनकी तानाशाही के चलते किसान मौत को गले लगा रहे है ऐसे लापरवाह अधिकारी के ऊपर जिला प्रशासन को जल्द से जल्द कार्यवाही करनी चाहिए, नही ऐसे ही लोगो से प्रताड़ित होकर किसान आत्म हत्या करने को मजबूर होता रहेगा।